sunil gavaskar and kapil dev

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आज से ठीक 45 बरस पहले आज ही के दिन यानी 20 जनवरी 1980 को भारत ने छह मैचों की सीरीज के पांचवें टेस्ट में 10 विकेट से जीत दर्ज करते हुए चेन्नई के एम. ए. चिदंबरम स्टेडियम में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीत के अपने 27 साल के सूखे को समाप्त किया। भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने पहली पारी में 166 रनों की अपनी पारी के साथ अहम योगदान दिया, जबकि कपिल देव ने मैच में 84 रन और 11 विकेट के अपने हरफनमौला प्रदर्शन के साथ भारत की ऐतिहासिक सीरीज जीतने में अहम भूमिका निभाई।

भारत ने 27 साल बाद पाकिस्तान को टेस्ट सीरीज में हराया

भारत और पाकिस्तान के बीच 1952 में पहली बार टेस्ट सीरीज हुई। तब लाला अमरनाथ की कप्तानी में भारत ने जीत हासिल की। उसके बाद, दोनों देशों ने 1955,1961 और 1978 में तीन टेस्ट श्रृंखलाएँ खेलीं, जिनमें से दो श्रृंखलाएँ ड्रॉ में समाप्त हुईं, जबकि पाकिस्तान ने 1978 में भारत के खिलाफ अपनी पहली श्रृंखला जीती। भारत अगले 27 बरसों तक पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट जीत की तलाश में था, और उन्होंने आखिरकार 1980 में सूखे को समाप्त करने का मौका मिला। 

मैच की बात करें तो पहले बल्लेबाजी करते हुए, पाकिस्तान अपनी पहली पारी में 272 रन पर आउट हो गया था, जिसमें माजिद खान ने 56 (90) रन बनाए थे। भारत के लिए, कपिल देव ने 90 रन देकर 4 विकेट अपने नाम किए, जबकि करसन घावरी ने तीन और दिलीप जोशी ने एक विकेट चटकाया। जवाब में, भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने 166 (373) रनों की पारी खेली, जबकि कपिल देव ने 84 (98) रनों की पारी खेली, जिससे भारत ने पहली पारी में 158 रनों की बढ़त लेते हुए 430 रन बनाए।

दूसरी पारी में, कपिल देव ने सात विकेट लेकर पाकिस्तान को चौंका दिया। जिसके चलते मेहमान टीम महज 233 रन पर आउट हो गई। कपिल ने 56 रन देकर 7 विकेट चटकाए। जबकि दिलीप जोशी और करसन घावरी ने क्रमशः दो और एक विकेट लिया। इसके बाद सुनील गावस्कर और चेतन चौहान की नाबाद साझेदारी के दम पर भारत ने बिना कोई विकेट गंवाए 76 रनों के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया। एक मैच शेष रहते हुए, भारत ने 2-0 की अजेय बढ़त बना ली, जिससे 27 साल बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीतने में कामयाबी हासिल की। छठा मैच ड्रॉ में समाप्त हुआ।