पिछले एक दशक में भारतीय टेस्ट टीम के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक चेतेश्वर पुजारा का जन्म आज से 37 बरस पहले आज ही के दिन यानी 25 जनवरी 1988 को गुजरात के राजकोट में हुआ था। चेतेश्वर पुजारा की प्रतिभा को उनके पिता अरविंद, जो एक पूर्व रणजी खिलाड़ी थे, ने अपने परिवार के बाकी सदस्यों के साथ जल्दी ही पहचान लिया था। उसके बाद पुजारा बतौर शौकिया खिलाड़ी क्रिकेट खेलने लग गए। हालांकि 13 साल की उम्र में पहली बार लेदर की बॉल से क्रिकेट खेलने के शानदार अनुभव के बाद पुजारा ने क्रिकेटर बनने की ठान लिया और कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
भारतीय क्रिकेट टीम की 'नई दीवार' के नाम से हुए मशहूर
2005 में इंग्लैंड के खिलाफ रेड बॉल मैच में अपना अंडर 19 डेब्यू करके दोहरा शतक बनाकर भारत की जीत में अहम योगदान दिया। उन्हें अगले साल अंडर 19 आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप के लिए भारत टीम में चुना गया था। इस टूर्नामेंट के दौरान, उन्होंने 117 के औसत से छह पारियों में तीन अर्धशतक और एक शतक सहित 349 रन बनाए। पुजारा ने 2010 में बेंगलुरु में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में भारतीय क्रिकेट टीम में जगह बनाई।
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2021-23 में चेतेश्वर पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक टेस्ट मैच की एक पारी में 525 गेंदें खेलने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है, जबकि राहुल द्रविड़ पाकिस्तान के खइलाफ 495 गेंद खेल पाए थे। तीसरे नंबर पर नवजोत सिंह सिद्धू हैं, जिन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 491 गेंदों का सामना किया था। वहीं, रवि शास्त्री 477 गेंद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेल चुके हैं। इसके अलावा सुनील गावस्कर ने इंग्लैंड के खिलाफ एक पारी में 472 गेंदों का सामना किया था, लेकिन पुजारा एकमात्र भारतीय हैं, जो 500 से ज्यादा गेंद खेले हैं। जिसके चलते उन्हें भारतीय टीम की नई दीवार का उपलब्धि हासिल की।
चेतेश्वर पुजारा का अब तक का क्रिकेट करियर
पिछले 14 बरसों में चेतेश्वर पुजारा ने भारत के लिए 103 टेस्ट मैच खेले हैं, जिन्हें व्यापक रूप से अपनी पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ डिफेंसिव बल्लेबाजों में से एक माना जाता है, उनका खेल भारतीय दिग्गज और पूर्व मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के समान है। उन्होंने 176 पारियों में 43.60 के औसत से 19 शतक और 35 अर्धशतकों के साथ 7,195 रन बनाए हैं, जबकि भारत के लिए अधिकांश प्रसिद्ध टेस्ट जीत में भाग लिया है। उनका सर्वोच्च टेस्ट स्कोर 206 * 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में आया था, जिसे अब नरेंद्र मोदी स्टेडियम कहा जाता है, और उसके बाद, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घर पर दोहरे शतक भी बनाए।