भारतीय टीम हमेशा से ही स्पिन गेंदबाजों के लिए जाने जाती रही है। लेकिन कुछ तेज गेंदबाज ऐसे हुए हैं जिन्होंने अपनी शानदार गेंदबाजी से बल्लेबाजों को जमकर परेशान किया है। ऐसे ही एक तेज गेंदबाज रहे इशांत शर्मा का जन्म आज ही के दिन यानी 2 सितंबर 1988 को हुआ था।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बंटोरी थी इशांत शर्मा ने सुर्खियां
दिल्ली में पैदा हुए 6 फीट 4 इंच के इशांत शर्मा ने भी इरफान पठान की तरह 2008 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान सुर्खियां बटोरीं, जहां पर्थ में दूसरी पारी में उनके शानदार स्पैल ने भारत की जीत तय की थी। हालांकि इस मुकाबले में इशांत को तीन ही विकेट मिले, इनके अलावा आरपी सिंह ने छह विकेट और इरफान पठान ने पांच विकेट चटकाए थे।
लेकिन एक बेहतरीन डेब्यू के बाद इनको जहीर खान के उत्तराधिकारी के रूप में देखा गया। हालांकि इशांत शर्मा ने शुरुआती समय के बाद ही लगातार गति खोनी शुरू कर दी। वहीं भारत के चयनकर्ताओं ने उनका वर्कलोड मैनेज करते हुए उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन वह अपने शुरुआती दौर की फॉर्म को दोबारा हासिल करने के लिए संघर्ष करते नजर आए।
जब उन्होंने 2013 की शुरुआत में 50 टेस्ट पूरे किए, तो उनके नाम 50 टेस्ट मैच खेलने वाले गेंदबाजों में सबसे खराब औसत था, लेकिन अगले वर्ष उन्होंने लॉर्ड्स में भारत की प्रसिद्ध टेस्ट जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, 2018 से 2019 के प्रारम्भ तक, उन्होंने खेल में शायद अपना सर्वश्रेष्ठ वर्ष बिताया, जिसमें उन्होंने इंग्लैंड में 18 विकेट, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आठ और 11 विकेट, तथा 2019 के मध्य में वेस्टइंडीज में दो टेस्ट मैचों में 11 विकेट लिए।
इशांत शर्मा ने अपने इंटरनेशनल करियर में 198 इंटरनेशनल मुकाबलों में 434 विकेट अपने नाम किए हैं। इसके साथ ही इशांत शर्मा भारत की चैंपियन चैंपियंस ट्रॉफी टीम का हिस्सा भी रहे है।