श्रीलंनक क्रिकेट इतिहास में अर्जुन रणतुंगा का अहम योगदान रहा है। राणातुंगा की कप्तानी में श्रीलंका टीम ने 1996 में खेले एक वनडे वर्ल्ड कप में पहली बार लक्ष्य का पीछा करते हुए मजबूत ऑस्ट्रेलियन टीम को हराकर खिताब अपने नाम किया था। इससे पहले सेमीफाइनल मुकाबले में श्रीलंका टीम ने भारत को मात दी थी।
देश के लिए पहला और 100वां टेस्ट मुकाबला खेलने वाले दुनिया इकलौते बल्लेबाज
पूर्व दिग्गज श्रीलंकन कप्तान अर्जुन रणतुंगा के नाम एक ऐसा रिकॉर्ड है जो आज तक कोई भी बल्लेबाज नहीं तोड़ सका और आने वाले समय में भी कोई नहीं तोड़ सकता। दरअसल आज ही के दिन यानी 10 अगस्त 2000 को अर्जुन रणतुंगा दुनिया के ऐसे इकलौते बल्लेबाज बने थे, जिन्होंने अपने देश के लिए पहला और 100वां टेस्ट मुकाबला खेला हो।
1 दिसंबर 1963 को श्रीलंका के गमपाहा के एक राजनीतिक परिवार में जन्में अर्जुन रणतुंगा ने 6 अगस्त से 10 अगस्त 2000 के बीच साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए टेस्ट मुकाबले में यह उपलब्धि हासिल की। इस मुकाबले में साउथ अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 279 रन बोर्ड पर लगाए। जिसके जवाब में मेजबान टीम 258 रनों पर सिमट गई। वहीं दूसरी पारी में साउथ अफ्रीका ने 9 विकेट के नुकसान पर 241 रन बनाए। जिसके जवाब में श्रीलंका 195 रन बनाने में कामयाब रही। हालांकि मुकाबला ड्रॉ रहा।
हालांकि यह मुकाबला अर्जुन रणतुंगा के करियर का आखिरी टेस्ट मुकाबला साबित हुआ। श्रीलंकन टीम को पहला वनडे वर्ल्ड कप जीताने वाले अर्जुन राणातुंगा ने श्रीलंका के लिए 93 टेस्ट मुकाबले में 35.69 की औसत से 5105 रन बनाए। वहीं 269 वनडे मुकाबलों में 35.84 की औसत से 7456 रन बनाए। साथ ही 79 विकेट भी अपने नाम किए।
अर्जुन रणतुंगा की कप्तानी में श्रीलंका ने 195 मुकाबलों में से 89 मुकाबलों में जीत दर्ज की थी। वहीं 95 मुकाबलों में श्रीलंका को हार का सामना करना पड़ा था।