rahul dravid and vvs laxman

आज से ठीक 24 बरस पहले आज ही के दिन यानी 14 मार्च 2001 को राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण ने कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स स्टेडियम में खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2000-01 के दूसरे टेस्ट के चौथे दिन टीम इंडिया के लिए बल्लेबाजी करते हुए इतिहास रच दिया। दोनों दिग्गज खिलाड़ियों ने चौथे विकेट के लिए रिकॉर्ड साझेदारी कर भारत को मैच जीता दिया।

राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण की जोड़ी ने रचा इतिहास

मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 445 रन बनाए। जिसके जवाब में भारत ग्लेन मैकग्रा की घातक गेंदबाजी के सामने महज 171 रन पर ऑल आउट हो गया। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज ने पारी में चार विकेट लेकर सौरव गांगुली की अगुवाई वाली टीम को कम स्कोर पर समेट दिया। भारत को फॉलोऑन करने के लिए मजबूर होना पड़ा और इस बार मेजबान टीम ने खेल के तीसरे दिन की समाप्ति से पहले तीन विकेट जल्दी गंवा दिए।

संकट की स्थिति में, लक्ष्मण ने द्रविड़ ने भारत की लड़खड़ाती पारी की जिम्मेदारी उठाई और चौथे दिन ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी यूनिट की जमकर धुनाई की। दोनों ने पूरे दिन बल्लेबाजी की और ऑस्ट्रेलियाई के आत्मविश्वास को तोड़ दिया। ऑस्ट्रेलिया के घातक गेंदबाजों का सामना करते हुए दोनों दिग्गजों ने 376 रनों की साझेदारी की जिससे भारत को दूसरी पारी में 657/7 तक पहुंचने में मदद मिली और मैच के अंतिम दिन मेहमान टीम को 384 रनों का लक्ष्य दिया। लक्ष्मण ने अपने टेस्ट करियर की सर्वश्रेष्ठ 281 रन की पारी खेली, जबकि द्रविड़ ने अपनी 180 रन की पारी खेली।

जवाब में लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियन टीम को भारत ने स्टार स्पिन दिग्गज हरभजन सिंह की शानदार गेंदबाजी की और ऑस्ट्रेलिया को 212 रन पर समेट दिया। रिकी पोंटिंग की अगुवाई वाली टीम ने माइकल स्लेटर और मैथ्यू हेडन की सलामी साझेदारी के साथ अच्छी शुरुआत की, लेकिन हरभजन ने स्लेटर के विकेट के साथ 74 रन पर भारत को पहली सफलता दिलाई। हरभजन ने इस दौरान जस्टिन लैंगर, स्टीव वॉ और रिकी पोंटिंग के महत्वपूर्ण विकेट लिए। ग्लेन मैकग्राथ के विकेट के साथ, उन्होंने 73 रन देकर 6 विकेट लेकर भारत को जीत दिलाई।