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2000 के दशक में सबसे खतरनाक क्रिकेट टीमों में से एक ऑस्ट्रेलिया ने रिकी पोंटिग की कप्तानी में कई आईसीसी खिताब अपने नाम किए थे। इस दौरान तीन लगातार वर्ल्ड कप जीतने के साथ -साथ ऑस्ट्रेलिया ने दो लगातार चैंपियंस ट्रॉफी जीतने में कामयाब रही थी। दरअसल आज से करीब 15 साल पहले आज ही के दिन यानी 5 अक्टूबर 2009 को  साउथ अफ्रीका की मेजबानी में  न्यूजीलैंंड को हराकर ऑस्ट्रेलिया ने चैंपियंस ट्रॉफी 2009 का खिताब अपने नाम किया था। 

तीन लगातार वर्ल्ड कप के बाद दो चैंपियंस ट्रॉफी जीतकर रचा था इतिहास

2000 के दशक में क्रिकेट की दुनिया में ऑस्ट्रेलिया एक ऐसी टीम के तौर पर जानी जाती थी। जिसे हाराना किसी भी टीम के लिए आसान नहीं होता था। उस समय कंगारू विश्व क्रिकेट पर हावी थे। उस दौर में ऑस्ट्रेलिया ने आईसीसी टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ टीम थी, जिसने क्रमशः 1999,2003 और 2007 में तीन बैक-टू-बैक वर्ल्ड वर्ल्ड कप खिताब जीते, साथ ही 2006 में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब भी जीता। 5 अक्टूबर 2009 को, ऑस्ट्रेलिया ने अपना लगातार दूसरा चैंपियंस ट्रॉफी खिताब ऐतिहासिक कारनामा किया था। 

ऐसें में साउथ अफ्रीका मेजबानी में खेली गई चैंपियंस ट्रॉफी 2009 के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड के हारकर इतिहास रच दिया था। 15 बरस पहले आज ही के दिन यानी 5 अक्टूबर 2009 को सेंचुरियन में खेले गए फाइनल मुकाबले न्यूजीलैंड को छह विकेट से हारकर ऑस्ट्रेलिया ने सफलतापूर्व अपने खिताब का बचाव किया था। 

बता दें कि ऑस्ट्रेलिया टीम इस टूर्नामेंट में अपराजित रही थी और सेमीफाइनल में कट्टर प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड को 9 विकेट से हराया था। हालांकि ऑस्ट्रेलिया को 5 अक्टूबर को सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क में खिताबी मुकाबले में पड़ोसी न्यूजीलैंड का सामना करना था। 

शेन वॉटसन के शतक के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने 6 विकेट से जीता मुकाबला

टॉस हारने के बाद, ऑस्ट्रेलिया को 2009 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में न्यूजीलैंड पहले गेंदबाजी आमंत्रित किया। बल्लेबाजी करने उतरी कीवी टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। कीवी कप्तान ब्रेंडन मैकुलम को 3.2 ओवर में पांच रन के स्कोर पर बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। पहला विकेट गिरने के बाद, आरोन रेडमंड और मार्टिन गुप्टिल ने दूसरे विकेट के लिए 61 रन जोड़े, रेडमंड 26 (45) रन बनाकर आउट हुए, जबकि गुप्टिल ने 64 गेंदों में 40 रन बनाकर न्यूजीलैंड के लिए टॉप रन स्कोरर रहे। इसके अलावा, कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सका क्योंकि न्यूजीलैंड 50 ओवर की समाप्ति के बाद केवल 200/9 ही बना सका। 

लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत भी खराब रही और टीम पेन और कप्तान रिकी पोंटिंग पवेलियन लौट गए। हालाँकि, यह शेन वॉटसन ने लड़खड़ाती ऑस्ट्रेलियन पारी की कमान संभाली और एक मैच जिताऊ शतक बनाया। वॉटसन नाबाद 105 (129) रन बनाकर नाबाद रहे। और ऑस्ट्रेलिया को 45.2 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर लगातार दूसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीताने में अहम योगदान दिया।