muthiah muralidaran bid adieu to test cricket after completing his 800 red ball wickets in 2010

Credit: ICC

आज से ठीक 15 बरस पहले आज ही के दिन यानी 22 जुलाई 2010 को श्रीलंका के पूर्व दिग्गज स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा था। क्रिकेट इतिहास के बेहतरीन स्पिन गेंदबाजों में से एक माने जाते हैं। मुरलीधरन ने अपने 19 साल के इंटरनेशनल करियर में श्रीलंका क्रिकेट में कई योगदान दिए। जिसमें से 1996 वर्ल्ड कप जीत भी शामिल है।

800 टेस्ट विकेटों के साथ कहा था क्रिकेट को अलविदा 

अपने छोटे से रन-अप और अजीबोगरीब एक्शन के साथ बल्लेबाज को ड़राने वाले श्रीलंका के पूर्व दिग्गज गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन ने आज से करीब 15 साल पहले आज ही के दिन यानी 22 जुलाई 2010 को क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। हालांकि मुथैया मुरलीधरन का 800 विकेट के मिल के पत्थर तक पहुंचने का किस्सा काफी दिलचस्प रहा। दरअसल  जब मुथैया मुरलीधरन ने गॉल में भारत के खिलाफ पहले मैच से पूर्व टेस्ट मैचों से संन्यास लेने की घोषणा की , तब उनके नाम 792 विकेट थे। तीसरे दिन के अंत तक - दूसरा दिन पूरी तरह से बारिश की भेंट चढ़ गया । 

हालांकि वे सचिन तेंदुलकर के विकेट के साथ 793 के आंकडे़े तक पहुंचे। लेकिन चौथे दिन भारत के 12 विकेट गिरे, जिनमें से पांच मुरली के खाते में गए। अंतिम दिन, जब भारत ने फॉलोऑन खेला, वीवीएस लक्ष्मण ने मैच ड्रॉ कराने की कोशिश में पारी का अंत किया, जबकि श्रीलंका जीत के लिए प्रयास कर रहा था और वे दो विकेट मुरली के खाते में गए। जब ​​लक्ष्मण एक विकेट शेष रहते रन आउट हो गए, तो कई लोगों को डर था कि ऐसा नहीं होगा। लेकिन मुरली ने प्रज्ञान ओझा को स्लिप में जवर्धने के हाथों कैच करा कर 800 टेस्ट विकेटों के ऐतिहासिक आंकड़े तक पहुंचकर इतिहास रच दिया। 

श्रीलंका के लिए मुरलीधरन ने 133 टेस्ट में 22.73 के औसत से 800 विकेट हासिल किए हैं. वहीं 350 वनडे मैचों में मुरली के नाम 534 विकेट दर्ज हैं. इसके अलावा मुरली ने टी20 अंतरराष्ट्रीय में भी 13 विकेट लेने के अलावा आईपीएल में भी 66 विकेट अपने नाम किए हैं।