On this day Test Cricket Turns 2000

क्रिकेट में टेस्ट फॉर्मेट की काफी अहमियत है। क्रिकेट के इतिहास में किसी भी दिग्गज खिलाड़ी की काबिलियत का अंदाजा उसके टेस्ट रिकॉर्ड से लागा जाता रहा है। 25 जुलाई का दिन क्रिकेट में काफी अहम रहा है। आज से करीब 14 साल पहले आज ही के दिन यानी 25 जुलाई 2011 को क्रिकेट इतिहास का 2000वां टेस्ट मुकाबला भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स के ऐतिहासिक क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया था। जिसमें कई रिकॉर्ड बने थे। 

2000वें टेस्ट में भारत को मिली थी करारी हार 

25 जुलाई 2011 को भारत और मेजबान इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स ऐतिहासिक क्रिकेट मैदान में टेस्ट इतिहास का 2000वां और भारत और इंग्लैंड के बीच 100वां टेस्ट मुकाबला खेला गया। खेले गए इस मुकाबले में भारत के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के पास भी अपना 100वां इंटरनेशनल शतक पूरा करने का सुनहरा मौका था, लेकिन सचिन यह कारनामा करने में नाकाम रहे। 

दरअसल भारत के तत्कालीन कप्तान एमएस धोनी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। मैच की शुरुआत बेहद धीमी रही, लेकिन भारत को तब बड़ा झटका लगा जब टीम के स्टार तेज गेंदबाज जहीर खान हैमस्ट्रिंग में खिंचाव के चलते मैदान छोड़कर बाहर चले गए। उसके बाद केविन पीटरसन की शानदार दोहरी शतकीय पारी की मदद से इंग्लैंड ने स्कोर बोर्ड पर 474 रनों का विशाल स्कोर लगाया। जिसमें पीटरसन ने 326 गेंदों पर 21 चौकों और 1 छक्के की मदद से 202 रनों की नाबाद पारी खेलकर अहम योगदान दिया। भारत की ओर से प्रवीण कुमार ने पांच विकेट चटकाए। 

जवाब में राहुल द्रविड़ की शतकीय पारी के बावजूद भारत पहली पारी में 286 रनों पर सिमट गया। द्रविड़ की 103 रनों की पारी के अलावा कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक बनाने में भी नाकाम रहा।  इंग्लैंड ने दूसरी पारी में मैट प्रायर की शतकीय पारी की मदद से 269 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। जिसके जवाब में भारत की पारी 261 रनों पर सिमट गई। भारत के लिए दूसरी पारी में सुरेश रैना ने 77 रनों की पारी खेली। 

टेस्ट इतिहास के 2000वें टेस्ट मैच में भारत को 196 रनों से शिकस्त का सामना करना पड़ा।