
आज से ठीक छह बरस पहले आज ही के दिन यानी 26 जुलाई को इंग्लैंड ने आयरलैंड के खिलाफ खेले गए एकमात्र टेस्ट मुकाबले में मेहमान टीम को महज 38 रनों पर रोककर इतिहास रच दिया था। यह क्रिकेट इतिहास का सातवां सबसे छोटा स्कोर था। इंग्लैंड की ओर से क्रिस वोक्स ने दूसरी पारी में छह विकेट चटकाकर आयरलैंड को ढेर करने में अहम योगदान दिया।
क्रिस वोक्स के सामने आयरिश बल्लेबाजों ने ठेके घुटने
पहले बल्लेबाजी करने उतरी मेजबान इंग्लैंड टीम के बल्लेबाज लॉर्ड्स में आयरलैंड के गेंदबाजों के सामने संघर्ष करते नजर आए। जो डेनली 23 रन बनाकर टॉप स्कोरर रहे। आयरलैंड की घातक गेंदबाजी के सामने पूरी इंग्लिश टीम पहली पारी में महज 85 रनों पर ढेर हो गई। आयरलैंड की ओर से टिम मुर्टाग ने सर्वाधिक पांच विकेट लिए। वहीं उनके अलावा मार्क अडायर और बॉयड रैंकिन के हिस्से क्रमश: 3 और 2 विकेट आए।
इसके जवाब में बल्लेबाजी करने में उतरी आयरलैंड टीम पहली पारी में 207 रन बनाने में कामयाब रही। आयरलैंड की ओर से एंडी बालबर्नी ने सर्वाधिक 55 रन बनाए। वहीं पॉल स्टर्लिंग ने 36 रनों का योगदान दिया। इंग्लैंड की ओर से स्टुअर्ट ब्रॉड, ओली पोप और सैम करन ने 3-3 विकेट चटकाए।
ऐसे में पहली पारी में 122 रनों से पिछड़ी मेजबान इंग्लैंड टीम ने दूसरी पारी में जैक लीच की 92 रनों की शानदार पारी और जेसन रॉय के 72 रनों के योगदान के चलते दूसरी पारी में 303 रन बोर्ड पर लगाए। नीचले क्रम में सैम करन ने 37 रनों का अहम योगदान दिया। ऐसे में जीत के लिए मिले 181 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी आयरलैंड टीम दूसरी पारी में महज 38 रनों पर ढेर हो गई। इंग्लैंड की ओर से क्रिस वोक्स ने सर्वाधिक 6 और स्टुअर्ट ब्रॉड ने 4 विकेट अपने नाम किए। इसके साथ ही आयरलैंड टीम के नाम क्रिकेट इतिहास में सातवां सबसे छोटे स्कोर पर आउट होने का रिकॉर्ड दर्ज हुआ।