
21 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच सुपर-4 राउंड का रोमांचक मुकाबला खेला गया था। इस मुकाबले में पाकिस्तानी खिलाड़ी हारिस रऊफ और साहिबजादा फरहान ने भड़काऊ इशारे किए थे। जिसको लेकर बीसीसीआई ने आईसीसी से शिकायत की थी। हालांकि इसको लेकर सुनवाई हो चुकी है। जिसमें पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने खुद को निर्दोष बताया है।
आईसीसी की सुनवाई में पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने लिया धोनी-कोहली का नाम
भारत के खिलाफ मुकाबले में पाकिस्तानी सलामी बल्लेबाज साहिबजादा फरहान ने अर्धशतक जड़ने के बाद मैदाने में फैंस के सामने गन से फाइरिंग करते हुए जश्न मनाया था। वहीं हारिस रऊफ ने गेंदबाजी के दौरान हाथों से 6-0 और फाइटर जेट के गिरने का इशारा करते नजर आए थे। जिसको लेकर बीसीसीआई ने आईसीसी से शिकायत की थी। इसको लेकर हुई सुनवाई में पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी और विराट कोहली को घसीटते हुए खुद को निर्दोष करार दिया है।
इंडिया रिपोर्ट्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक आईसीसी की सुनवाई के दौरान पाकिस्तानी सलामी बल्लेबाज ने पूर्व भारतीय खिलाड़ी एमएस धोनी और विराट कोहली के उदाहरण का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने भी मैच के दौरान ऐसा जश्न मनाया था। इसके साथ ही फरहान ने इसको लेकर अपनी संस्कृति का भी हवाला दिया।
वहीं हारिस रऊफ ने मैच के दौरान प्रोवोकेटिव जेस्चर को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह व्यक्तिगत जश्न था। इस जश्न का भारत को लेकर कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने बस फैंस के सामने खुशी जाहिर करने के लिए यह जश्न मनाया था। गौरतलब है कि रऊफ को इस जेस्चर के लिए सोशल मीडिया पर कई आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।
गौरतलब है कि अगर कोई भी खिलाड़ी आईसीसी के सामने दोषी पाया जाता है तो जुर्माने के तौर पर उसके मैच फीस की 50 फीसदी से लेकर 100 फीसदी तक कटोती और कुछ मैचों से बैन भी शामिल होता है।