maharashtra star makes history to become first serious injury replacement during duleep trophy 2025

भारत के इंग्लैंड दौरे पर विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को लगी गंभीर चोट के बाद उनको मैनचेस्टर में टूटे पैर के साथ मैदान पर उतरना पड़ा। जिसके बाद बीसीसीआई ने घेरलू क्रिकेट में नए दिशा-निर्देश जारी करते हुए जारी घरेलू सीजन के लिए नया 'सीरियस इंजरी रिप्लेसमेंट' लागु किया। जिसके बाद जारी दलीप ट्रॉफी में महाराष्ट्र के सौरव नवले ने वेस्ट जोन के लिए इस रूल के तहत मैच में अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज कराया।

सौरभ नवले बने पहले रिप्लेस होने वाले खिलाड़ी

बीसीसीआई के नए नियम के तहत घरेलू क्रिकेट में पहली बार समान खिलाड़ी रिप्लेसमेंट का मामला देखने को मिला है। दलीप ट्रॉफी के सेमीफाइनल मुकाबले वेस्ट जोन को विकेटकीपर-बल्लेबाज हार्विक देसाई को 'सीरियस इंजरी' रिप्लेसमेंट के तहत सौरभ नवले ने रिप्लेस किया। हार्विक को गंभीर चोट के चलते टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा।

दलीप ट्रॉफी में वेस्ट जोन का मुकाबला सेंट्रल जोन से था। हार्विक देसाई वेस्ट जोन की पहली में बल्लेबाजी करने उतरे। इस दौरान महज 1 रन बनाकर वह आउट हो गए। सेंट्रल जोन की पारी के दौरान उन्होंने विकेट कीपिंग भी की। हालांकि, सौराष्ट्र के विकेटकीपर-बल्लेबाज को कथित तौर पर क्वाड्रिसेप्स की चोट के कारण मैच से बाहर होना पड़ा।

सेंट्रल जोन ने फाइनल में बनाई जगह

इसके बाद वेस्ट जोन ने बीसीसीआई के 2025-26 सीजन के नए रूल के तहत सौरभ नवले को देसाई की जगह रिप्लेस किया। हालांकि, नवले का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और सेंट्रल के ऑफ स्पिनर सारांश जैन ने उन्हें 31 गेंद पर 9 रन पर आउट कर दिया। वेस्ट जोन ने आखिरकार आठ विकेट पर 216 रन बनाए और मैच ड्रॉ रहा। पहली पारी में मिली बढ़त के आधार पर सेंट्रल जोन फाइनल में पहुंच गया।

नए नियम के लिए यह है जरूरी शर्तें

नई खेल परिस्थितियों के अनुसार, चोट मैदान पर ही लगनी चाहिए और इसमें फ्रैक्चर, गहरा घाव या ना खेल पाने की स्थिति शामिल हो सकती है। इसके लिए मैदानी अंपायर, मैच रेफरी और टीम डॉक्टर से परामर्श करने के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा कि चोट इतनी गंभीर है कि रिप्लेसमेंट की आवश्यकता है या नहीं।

यदि सभी की सहमति हो जाती है, तो टीम मैनेजर रिप्लेसमेंट के रूप में खिलाड़ी के लिए औपचारिक अनुरोध प्रस्तुत कर सकता है। यह नया नियम व्हाइट बॉल क्रिकेट में लागू नहीं होता। बीते जून में आईसीसी ने सभी पूर्ण सदस्य देशों को घरेलू प्रथम श्रेणी क्रिकेट में इसी तरह के रिप्लेसमेंट का निर्देश दिया था।