राष्ट्रमंडल खेलों में तीन-तीन गोल्ड मेडल जीतने वाली देश की जानीमानी पहलावन विनेश फोगाट का जन्म 25 अगस्त 1994 को हरियाणा के भवानी जिले के छोटे से गांव बलाली में हुआ था। पहलवान घराने में जन्मी विनेश ने अपने पिता को छोटी उम्र में ही खो दिया था। इसके बाद विनेश की मां ने उन्हें बड़े लाड़ प्यार से पाला वहीं चाचा महावीर फोगाट ने उन्हें पहलवान बनने में बड़ा अहम योगदान दिया। दरअसल विनेश के पिता की हत्या गांव में जमीन के विवाद में कर दी गई थी। पहलवान परिवार में जन्मी विनेश को पहलवानी बिल्कुल पसंद नहीं थी, लेकिन माहौल में रहते-रहते विनेश ने पहलवानी को करियर के तौर पर अपना लिया।
चोट के चलते होना पड़ा था एशियाई खेलों से बाहर
तीन बार की कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडल विजेता और दो बार वर्ल्ड चैंपियनशिप का ब्रॉन्ज और एक बार एशियन गेम्स में पदक जीतने वाली विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक में भारत को तीसरी बार रिप्रेसेंट करेगी। हालांकि विनेश को रियो 2016 और टोक्यो 2020 में क्वॉर्टरफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि रियो में चोटिल हुई विनेश को एशियाई खेलों में चोट के चलते बाहर होना पड़ा था।
दरअसल 19वें एशियाई खेलों की ट्रेनिंग के दौरान विनेश के बांए घूटने में चोट लग गई थी। इस चोट के चलते उनका एशियाई खेलों में हिस्सा लेना संभव नहीं हो सका। हालांकि विनेश ने पेरिस ओलंपिक से पहले नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीतकर की मैट पर वापसी की है। इसके बाद ग्रैंड प्रिक्स ऑफ स्पेन 2024 में 50 किग्रा वर्ग में रूसी पहलवान को 10-5 से हराकर स्टार पहलवान विनेश फोगाट ने स्वर्ण पदक जीता है।
कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर खोला था मोर्चा
विनेश फोगाट ने पिछले साल की शुरुआत में भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। इसके चलते बृजभूषण शरण को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। हालांकि इस दौरान विनेश ने बजरंग पूनिया सहित साक्षी मलिक के साथ मिलकर विनेश फोगाट ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कई दिनों तक धरना प्रदर्शन किए। विनेश ने दिसंबर में अपना अर्जुन अवॉर्ड लौटाने का ऐलान किया था वहीं साक्षी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कुश्ती छोड़ने की घोषणा की थी।