भारत और बांग्लादेश के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला 19 सितंबर से चेन्नई के चेपॉक क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया। खेले गए इस मुकाबले में बांग्लादेश को 280 रनों से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। हालांकि भारत दौरे से पहले बांग्लादेश ने पाकिस्तान को उसके घर में 2-0 से टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप कर सभी को चौंका दिया था। ऐसे में सभी का मानना था कि बांग्लादेश भारत को भारत में चुनौती देती नजर आएगी। हालांकि बांग्लादेश टीम ऐसा करने में नाकाम रही। इस आर्टिकल में हम उन तीन कारणों पर नजर डालेंगे कि क्यों बांग्लादेश टीम इंडिया में ऐसा प्रदर्शन नहीं कर सकी।
3 कारण क्यों बांग्लादेश भारत में संघर्ष कर रहा है।
1. भारत की स्पिनर जोड़ी का बेहतरीन प्रदर्शन
चेन्नई टेस्ट में आर अश्विन और रवींद्र जडेजा की प्रदर्शन शानदार रहा है। पहले दोनों खिलाड़ियों ने पहली पारी में बल्ले से कमाल दिखाते हुए 144 रनों पर 6 विकेट गंवाकर लड़खड़ाती नजरआ रही भारतीय पारी को 343 रनों तक पहुंचाकर सहारा दिया। 195 रनों की इस अहम साझेदारी में आर अश्विन ने 113 रनों और जडेजा ने 86 रनों का योगदान दिया। इसके बाद दोनों खिलाड़ियों ने दूसरी पारी में क्रमश: 6 और 3 विकेट चटकाकर बांग्लादेश पारी को 234 रनों पर समेटने में बड़ी भूमिका निभाई।