2. बांग्लादेश के अनुभवी खिलाड़ियों का निराशाजनक प्रदर्शन
बांग्लादेश टीम का भारत में संघर्ष करने का दूसरा बड़ा कारण अनुभवी बांग्लादेशी खिलाड़ियों का निराशाजनक प्रदर्शन रहा। हाल ही में पाकिस्तान दौरे पर 216 और 194 रन बनाकर टॉप दो सर्वाधिक रन स्कोरर रहे मुश्फिकुर रहीम और लिटन दास का प्रदर्शन भारत में निराशाजनक रहा। दोनों खिलाड़ी भारत में बड़ी पारियां खेलने में नाकाम रहे।
वहीं पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज में 10 विकेट चटकाकर बांग्लादेश को मुकाबला जीताने में अहम योगदान देने वाले महेदी हसन मिराज भी भारत के खिलाफ प्रदर्शन दोहराने में नाकाम रहे। हालांकि चेन्नई टेस्ट में 82 रनों की पारी खेलकर कप्तान नजमुल हसन शंटो ने टीम को जीताने की कोशिश की मगर कामयाब नहीं हो सके।