भारतीय टीम को हाल ही में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 1-3 से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। इस सीरीज में सीनियर खिलाड़ियों के साथ-साथ युवा शुभमन गिल का बल्ला भी खामोश नजर आया। हालांकि इससे पहले गिल ने पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गाबा में 91 रनों की पारी खेलकर टीम को जीताने में अहम भूमिका निभाई थी। हालांकि उसके बाद से पिछले चार सालों में 32 टेस्ट मुकाबले खेलने के बावजूद गिल का औसत 35.05 का ही रहा। ऐसे में पूर्व भारतीय क्रिकेटर एस बद्रीनाथ ने शुभमन गिल को लेकर एक सनसनीखेज बयान दिया है।
BCCI को लेकर एस बद्रीनाथ का हैरान करने वाला बयान
भारत के बाहर बड़ी पारियां खेलने में लगातार नाकाम रहे शुभमन गिल को मिल रहे मौकों को लेकर भारत के पूर्व क्रिकेटर एस बद्रीनाथ ने बीसीसीआई की चनय सिमित पर हमला बोला है। बद्रीनाथ का मानना है कि शुभमन गिल को टीम मैनेजमेंट ने काफी मौके दिए हैं। गिल ने तीन भारतीय कोचों के अंडर खेला है, सभी ने उनपर भरोसा जताया है। हालांकि गिल उस भरोसे पर खरे उतरने में नाकाम रहे। पूर्व क्रिकेटर ने बीसीसीआई पर आरोप लगाया है कि उन्हें नार्थ इंडिया से होने के चलते ज्यादा मौके दिए जा रहे हैं।
स्टार स्पोर्ट्स तमिल पर बात करते हुए एस बद्रीनाथ ने बीसीसीआई को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि "शुभमन गिल अगर तमिलनाडु के होते तो उन्हें अब तक बाहर कर दिया जाता। मेरे लिए यह देखना काफी मुश्किल है। गिल चयनकर्ताओं के भरोसे पर खरे नहीं उतर सके।"
उन्होंने आगे बात करते हुए कहा कि "अगर आप रन नहीं बना सकते तो कम से कम इंटेंट और आक्रामकता तो दिखाएं। मैं चाहता था कि वह गेंदबाजों को थकाने का काम करे। गेंद को पुराना करके दें। अपने साथी बल्लेबाजों की मदद करे। ऑस्ट्रेलिया के लिए नाथन मैकस्वीनी और मार्नश लाबुशेन ने कुछ मैचों में ऐसा किया है। यह भी टीम में आपका योगदान माना जाएगा। इन दोनों बल्लेबाजों ने बहुत सारी डॉट बॉल खेलकर बुमराह को चोटिल कर दिया था।"