vijay hazare

भारतीय क्रिकेट को नई पहचान दिलाने वाले भारत के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर विजय हजारे का जन्म आज से ठीक 110 बरस पहले आज ही के यानी 11 मार्च 1915 को महाराष्ट्र के  सांगली में हुआ था। विजय हजारे ने घरेलू क्रिकेट में इतिहास रचते हुए कई ऐतिहासिक कारनामे किए। उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 58.38 की बेहतरीन औसत से 18,740  रन बनाए। जिसमें 10 दोहरे शतक शामिल है। 

विजय हजारे की कप्तानी में भारत ने जीता था पहला टेस्ट मैच

विजय हजारे अपने क्रिकेट करियर में धमाकेदार बल्लेबाजी करते हुए घरेलू क्रिकेट में शानदार रिकॉर्ड अपने नाम किए। उन्होंने 238 फर्स्ट क्लास मैचों में 58.36 की औसत से 18,740 रन बोर्ड पर लगाकर इतिहास रचा। इस दौरान उनके बल्ले से 10 दोहरी शतकीय पारियों समेत 60 शतक और 38 अर्धशतकीय पारियां आई। साथ ही इस दौरान विजय हजारे ने 595 फर्स्ट क्लास विकेट अपने नाम किए। 

विजय हजारे को 1951 से 1953 से भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी करने की जिम्मेदारी मिली। शुरुआत में विजय हजारे बतौर ऑलराउंडर बल्ले के साथ-साथ गेंद से भी टीम की जीत में योगदान देते नजर आए। इस दौरान 14 मैचों में से 5 में टीम को हार मिली। जबकि आठ मैच ड्रॉ समाप्त हुए। हालांकि एक मैज में भारत ने जीत दर्ज करते हुए इतिहास रचा। यह भारतीय क्रिकेट इतिहास की पहले टेस्ट जीत थी। इसके साथ ही विजय हजारे एक पारी की दोनों पारियों सैकड़ा जड़ने वाले पहले भारतीय भी बने। 

उन्हें यह कारनामा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट में किया। 1947-48 में खेले गए इस मुकाबले में उन्होंने दोनों पारियों में शतक जड़ा। इसके साथ ही विजय हजारे के नाम रणजी ट्रॉफी में पहला तीहरा शतक जड़ने का ऐतिहासिक रिकॉर्ड भी दर्ज है। उन्होंने महाराष्ट्र की ओर से खेलते हुए बड़ौदा के खिलाफ 316 रनों की नाबाद पारी खेलकर यह एतिहासिक रिकॉर्ड अपने नाम किया था।