
आज से करीब 101 बरस पहले आज ही के दिन यानी 1 अगस्त 1942 को पैदा हुए दिग्गज कैरेबियन खिलाड़ी फ्रैंक वॉरेल वेस्टइंडीज की अगुवाई करने वाले पहले नियमित अश्वेत कप्तान थे। जिनकी अगुवाई में कैरेबियन क्रिकेट ने कई ऊंचाईयां प्राप्त की थी। फ्रैंक वॉरेल ने भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी नारी कॉन्ट्रैक्टर की जान बचाई थी। फ्रैंक वॉरेल का जन्म वेस्टइंडीज के बारबाडोस में हुआ था। वॉरेल ने वेस्टइंडीज के लिए 15 टेस्ट मैचों की अगुवाई की थी।
फ्रैंक वॉरेल ने बचाई थी भारतीय कप्तान नारी कॉन्ट्रैक्टर की जान
क्रिकेट ग्राउंड के अलावा कैरेबियन दिग्गज फ्रैंक वॉरेल अपने जिंदादिली के लिए भी जाने जाते रहे हैं। जिसकी मिसाल सन 1962 में भारतीय टीम के कैरेबियन दौरे पर देखने को मिली। जब भारतीय टीम वेस्टइंडीज में एक कॉलोनी मैच खेल रही थी। तभी घातक कैरेबियन तेज गेंदबाज चार्ली ग्रिफिथ की गेंद भारतीय टीम के तत्कालीन कप्तान नारी कॉन्ट्रैक्टर के सिर पर जा लगी।
इस घटना के बाद कॉन्ट्रैक्टर को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। जहां उन्हें बचाने के लिए कई यूनिट खून की जरूरत थी। तब फ्रैंक वॉरेल ने पहल करके अपने पांच साथी क्रिकेटरों को खून देने के लिए राजी किया। जिसके चलते कॉन्ट्रैक्टर की जान बच गई। हालांकि इस घटना के बाद कॉन्ट्रैक्टर कभी भी टेस्ट मैच नहीं खेल सके।
इसका एहसान भारतीय क्रिकेट आज तक मानता है। गौरतलब है कि फ्रैंक वॉरेले के उस नेक काम के चलते बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन आज तक 3 फरवरी को 'सर फ्रैंक वॉरेल दिवस' मनाता है। इस मौके पर बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के परिसर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता रहा है।
फ्रैंक वॉरेल का इंटरनेशनल करियर
वेस्टइंडीज के महानतम कप्तानों में से एक फ्रैंक वॉरेल ने अपने क्रिकेट करियर में 51 टेस्ट मैचों में 49.48 की औसत से 3,860 रन बनाए, जिनमें नौ शतक शामिल हैं। उन्होंने 69 विकेट भी लिए, जिनमें 70 रन देकर 7 विकेट एक पारी में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।