article thumbnali 35 1724425237322 original

आज से करीब 54 साल पहले आज ही के दिन यानी 24 अगस्त 1971 को भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड को उसके घर में हराकर टेस्ट क्रिकेट इतिहास में अपनी पहली जीत दर्ज की थी। इस मुकाबले में जीत के साथ ही भारत ने इंग्लैंड में पहली टेस्ट सीरीज में भी अपने नाम की थी। यह कारनामा भारतीय टीम ने आज से करीब 54 साल पहले किया था। जिसके बाद यह दिन भारतीय क्रिकेट इतिहास में काफी अहमियत रखता हैं।

भारतीय टीम ने इंग्लैंड टेस्ट मुकाबले में हराकर रचा था इतिहास

आज से करीब 54 साल पहले भारत ने इंग्लैंड को घर में हराकर इतिहास रचा था। भारत को यह ऐतिहासिक जीत अजित वाडेकर की कप्तानी में मिली थी। उन्हें 1971 में ही मंसूर अली खान पटौदी की जगह टीम की कप्तानी सौंपी गई थी। दरअसल भारत ने वेस्टइंडीज को हराकर इंग्लैंड पहुंचा था। दोनों देशों को 3 टेस्ट की सीरीज खेलनी थी। लेकिन तब तक भारत को सुनील गावस्कर के रूप में बल्लेबाजी का नया सितारा मिल चुका था। गावस्कर ने 1971 के वेस्टइंडीज दौरे पर ही टेस्ट डेब्यू किया था और उन्होंने पहली ही सीरीज में 774 रन ठोक डाले थे। फिर भी, इंग्लैंड की जमीन पर जीत आसान नहीं था। पुराना रिकॉर्ड डराने और मायूस करने वाला था। 

ओवल में खेले गए मुकाबले की पहली पारी में 71 रन की बढ़त गंवाने के बाद, भारत ने इंग्लैंड को 101 रन पर आउट कर दिया, जो कि मेहमान टीम के खिलाफ उसका सबसे कम स्कोर था। भारत की ओर से सबसे सफलत्तम लेग स्पिनर भगवत चंद्रशेखर रहे।  उन्होंने 38 रन देकर 6 विकेट चटकाए।

हालांकि इंग्लैंड ने 173 रन के लक्ष्य का बचाव करने के लिए की पूरी कोशिश की। कप्तान रे इलिंगवर्थ ने धीमी, टर्निंग ट्रैक पर अच्छी गेंदबाजी की और अपने फील्ड को समझदारी से सेट किया, लेकिन भारत के पास लक्ष्य का पीछा करने के लिए डेढ़ दिन का समय था। उन्हें अंतिम 97 रन बनाने में तीन घंटे लगे, लेकिन वे अंत में वहां पहुंच गए। इस जीत ने उन्हें 1-0 से सीरीज दिलाई और इंग्लैंड के के खिलाफ 26 टेस्ट मुकाबलों के बाद ऐतिहासिक जीत दर्ज की।