
आज से ठीक 45 बरस पहले आज ही के दिन यानी 3 जुलाई 1980 को पंजाब के जालंधर में भारतीय स्टार स्पिनर हरभजन सिंह का जन्म हुआ था। 1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले हरभजन सिंह ने श्रीलंका के खिलाफ 2015 में अपना आखिरी टेस्ट मुकाबला खेला। 17 साल के टेस्ट करियर में इस स्टार स्पिनर ने कई शानदार रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किए।
2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धमाकेदार प्रदर्शन
आज से तकरीबन 25 बरस पहले 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत में खेली गई टेस्ट सीरीज में हरभजन सिंह ने शानदार प्रदर्शन किया था। इस सीरीज में उन्होंने 32 विकेट लिए और भारत को 2-1 से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। इस सीरीज के दूसरे टेस्ट मुकाबला कोलकात्ता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन मैदान में खेला गया।
खेले गए इस मुकाबल में हरभजन सिंह ने हैट्रिक चटकाते हुए यह कारनामा करने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बने। भज्जी ने तीन गेंदों पर रिकी पोंटिंग, एडम गिलक्रिस्ट और शेन वॉर्न को पवेलियन का रस्ता दिखाते हुए भारत को बड़ी सफलता दिलाई। इस मुकाबले में हरभजन सिंह ने कुल 13 विकेट चटकाकर भारत को मुकाबला जीताने में अहम योगदान दिया।
ऐसा रहा क्रिकेट करियर
हरभजन सिंह के क्रिकेट करियर की बात करें तो उन्होंने 1998 में डेब्यू के बाद 2015 तक 103 टेस्ट मुकाबले खेले। इस दौरान उन्होंने 32.46 के शानदार औसत से 417 विकेट अपने नाम किए। वहीं 236 वनडे मुकाबलों में भज्जी ने 269 विकेट चटकाए।
आईपीएल के पहले ही संस्करण में श्रीसंत को जड़ दिया था थप्पड़
हरभजन सिंह आईपीएल 2008 में हुई स्लैपगेट घटना के चलते विवादों में आए थे। दरअसल आईपीएल के पहले ही संस्करण में मुंबई इंडियंस और पंजाब किंग्स के बीच खेले गए मुकाबले में हरभजन सिंह ने मैदान के बीच श्रीसंत को थप्पड़ जड़ दिया था। जिसके लिए उनको अगले 11 मैचों के लिए बैन कर दिया गया था। हालांकि हरभजन सिंह ने बाद में इस घटना के लिए अपनी गलती मानी और श्रीसंत से भी माफी मांगी। यह घटना आईपीएल इतिहास की सबसे बड़ी विवादित घटना मानी जाती है।