
आज से ठीक 41 बरस पहले आज ही के दिन यानी 4 जुलाई 1986 को बर्मिंघम में भारत और इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए तीसरे टेस्ट मुकाबले में इंग्लिश कप्तान माइक गैटिंग ने नाबाद 183 रनों की पारी खेलकर मैच ड्रॉ कराने में अहम योगदान दिया था।
माइक गैटिंग ने खेली थी भारत के खिलाफ 183 रनों की नाबाद पारी
कपिल देव की कप्तानी में भारत ने 1986 में इंग्लैंड दौरा किया था। उस दौरे में भारत टीम ने बर्मिंघम के एजबेस्टन में तीन मैचों की सीरीज का आखिरी मुकाबला खेला था। मैच में इंग्लिश कप्तान माइक गैटिंग ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। पहले दिन का खेल खत्म होने तक शुरुआती झटकों के बावजूद इंग्लैंड ने 6 विकेट के नुकसान पर 315 रन बोर्ड पर लगा दिए थे। इस बीच अगले दिन यानी 4 जुलाई को बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लिश टीम की ओर से कप्तान माइक गैटिंग ने मैच के दूसरे दिन 294 गेंदों में 183 रनों की नाबाद पारी खेलकर भारत के खिलाफ पहली पारी में 390 रन बोर्ड पर लगाए। भारत की ओर से चेतन शर्मा ने सर्वाधिक चार विकेट लिए।
जवाब में भारत ने पहली पारी में मोहिंदर अमरनाथ के 79 रन, मोहम्मद अजहरूद्दीन के 64 रनों की पारियों की मदद से 390 रन बोर्ड पर लगा दिए। जवाब में इंग्लैंड ने दूसरी पारी चेतन शर्मा की घातक गेंदबाजी के सामने महज 235 रनों पर ढेर हो गई। चेतन शर्मा ने छह विकेट चटकाए थे। जवाब में भारत ने दूसरी पारी में मैच ड्रॉ होने से पहले तक 5 विकेट के नुकसान पर 174 रन बोर्ड पर लगा दिए थे। मैच के बाद भारत ने सीरीज 2-0 से अपने नाम की। दिलीप वेंगसरकर को पूरी सीरीज में 360 रन बनाने के चलते प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब दिया गया। वहीं माइक गैटिंग मैच के प्लेयर ऑफ द मैच रहे।