
Credit: ICC
आज से करीब 31 बरस पहले आज ही के दिन यानी 9 सितंबर 1994 को सचिन तेंदुलकर ने एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम की थी। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलंबों में खेले गए वनडे मुकाबले में अपने करियर का पहला वनडे शतक जड़कर इतिहास रचा था। हालांकि इसके बाद उन्होंने अपने वनडे करियर में धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए कई वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किए हैं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सचिन तेंदुलकर ने जड़ा पहला वनडे सैकड़ा
भारत के महानत्तम क्रिकेट बल्लेबाजों में से एक रहे सचिन तेंदुलकर ने वर्ल्ड क्रिकेट में कई ऐसे रिकॉर्ड अपने नाम बनाए हैं। जिनको तोड़ना किसी भी बल्लेबाज के लिए अभी भी आसान नहीं है। सचिन तेंदुलकर क्रिकेट इतिहास में सर्वाधिक शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में टॉप पर मौजूद है। हालांकि शतक लगाने की इस सिलसिले की शुरुआत तेंदुलकर के लिए आसान नहीं रही थी। सचिन को पहला वनडे शतक जड़ने के लिए काफी इंतजार करना पड़ा।
18 दिसंबर 1989 को पाकिस्तान के खिलाफ वनडे डेब्यू करने वाले सचिन तेंदुलकर ने अपने वनडे करियर का पहला शतक 9 सितंबर 1994 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिंगर वर्ल्ड कप सीरीज मुकाबले में जड़कर बड़ा कारनामा किया। तब से निकला सचिन तेंदुलकर के शतकों का यह सिलसिला 49 वनडे शतकों पर जाकर रुका। हालांकि सचिन तेंदुलकर के लिए पहला शतक लगाना आसान नहीं रहा था। इस कारनामे के लिए तेंदुलकर को 77 वनडे मुकाबलों का इंतजार करना पड़ा।
सचिन के शतक के चलते भारत ने दर्ज की थी जीत
मैच की बात करें तो 9 सितंबर 1994 को श्रीलंका के कोलंबों में खेले गए इस मुकाबले में भारतीय कप्तान मोहम्मद अजरुद्दीन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। भारतीय सलामी जोड़ी सचिन तेंदुलकर और मनोज प्रभाकर ने पहले विकेट के लिए 87 रन जोड़कर कप्तान के फैसले को सही साबित किया। हालांकि मनोज प्रभाकर 20 रन बनाकर वार्न का शिकार बने।
मगर दूसरे छोर पर खड़े सचिन तेंदुलकर ने 120 गेंदों का सामना करते हुए 8 चौकों और 2 छक्कों की मदद से अपने वनडे करियर का पहला शतक जड़ा। सचिन की शतकीय पारी के चलते भारत ने 246 रन बोर्ड पर लगाए। जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलियन टीम 47.3 ओवरों में 215 रनों के स्कोर पर सिमट गई। भारत की ओर से सलामी बल्लेबाज मनोज प्रभाकर ने बल्ले से फेल होने के बाद गेंद से कमाल करते हुए 3 विकेट चटकाए। वहीं राजेश चौहान के हिस्से दो सफलताएं आई।