unmukt chand s ton guided india to six wicket win vs australia in u 19 world cup final in 2012

Credit: ICC

आज से ठीक 13 बरस पहले आज ही के दिन यानी 26 अगस्त 2012 को भारतीय अंडर-19 टीम ने तीसरा खिताब अपने नाम किया था। फाइनल मुकाबले में उन्मुक्त चंद की कप्तानी में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर रोमांचक जीत दर्ज की थी।

भारतीय अंडर-19 टीम ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर जीता था तीसरा खिताब 

26 अगस्त 2012 को उन्मुक्त चंद की कप्तानी में भारत ने तीसरी बार अंडर-19 वर्ल्ड चैंपियन बना था। भारत ने खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को छह विकेट से हारकर यह खिताब अपने नाम किया था। इससे पहले भारत ने 2000 में मोहम्मद कैफ की कप्तानी में और 2008 में विराट कोहली की कप्तानी में इस खिताब पर कब्जा किया था। 

2012 में यह खिताब तीसरी बार जीताकर उन्मुक्त चंद ने इतिहास रच दिया था। फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए संदीप शर्मा की शानदार गेंदबाजी के सामने निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 225 रन बोर्ड पर लगाए थे। भारत की ओर से संदीप शर्मा ने 10 ओवर के अपने स्पेल में 54 रन देकर चार विकेट अपने नाम किए थे। वहीं रविकांत और हरमीत सिंह के नाम एक-एक विकेट आए। ऑस्ट्रेलिया की ओर से कप्तान विलियम बोसिस्टो ने सर्वाधिक 87 रनों की नाबाद पारी खेली। वहीं ए टर्नर ने 43 रनों का योगदान दिया। 

जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत बेहद निराशाजनक रही। भारतीय सलामी बल्लेबाज प्रशांत चोपड़ा बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। हालांकि उन्मुक्त चंद ने कप्तानी पारी खेलकर भारत को महज 47.4ओवर में जीत दिलाई। चंद ने 130 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 111 रनों की पारी खेली। जिसमें सात चौके और छह छक्के शामिल थे।

चंद के अलावा इस मुकाबले में समित पटेल ने 62 रनों की पारी खेली। वहीं बाबा अपराजित ने 38 रनों का अहम योगदान दिया। शानदार शतकीय पारी के लिए कप्तान उन्मुक्त चंद को मैन ऑफ द मैच का खिताब दिया गया। वहीं ऑस्ट्रेलियाईUnmukt Chand  कप्तान पूरे अंडर-19 वर्ल्ड कप में अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी के लिए मैन ऑफ द सरीजी का खिताब अपने नाम करने में कामयाब रहे।