
आज से ठीक 6 बरस पहले आज ही के दिन यानी 18 जुलाई 2019 को आईसीसी ने जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड को संविधान के उल्लंघन के चलते बैन कर दिया। साथ ही उनपर वितिय सहायता बंद कर दी गई। जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड पर यह बैन सरकार के हस्तक्षेप को खत्म करने के अपने वादे को पूरा करने में नाकाम रहने के बाद लिया गया।
जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड पर आईसीसी ने लिया था बड़ा एक्शन
जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड को आईसीसी ने वहां की सरकार के लगातार हस्तक्षेप को रोकने के लिए कई बार चेतावनी दी। हालांकि जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड इस वादे को पूरा करने में नाकाम रहा। इसके बाद आईसीसी नए आज ही के दिन यानी 18 जुलाई 2019 को बड़ा फैसला लेते हुए जिम्बाब्वे क्रिकेटर बोर्ड को बैन कर दिया था। इसके साथ जिम्बाब्वे टीम कोई भी इंटरनेशनल मैच खेलने रोक लग गई थी।
आईसीसी ने बयान जारी करते हुए कहा "जिम्बाब्वे क्रिकेट को तत्काल प्रभाव से बैन कर दिया गया है। आईसीसी बोर्ड ने सर्वसम्मति से फैसला किया कि पूर्ण सदस्य स्वतंत्र और लोकतांत्रिक चुनावों के लिए एक प्रक्रिया प्रदान करने और यह सुनिश्चित करने के अपने दायित्व को पूरा करने में विफल रहा है कि क्रिकेट के प्रशासन में कोई सरकारी हस्तक्षेप न हो।"
तीन माह बाद हटा बैन
हालांकि जिम्बाब्वे क्रिकेट पर लगा यह बैन ज्यादा लंबा नहीं खिंच सका और आईसीसी ने महज तीन महीने बाद अक्टूबर 2019 में जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड को राहत देते हुए उनपर से बैन हटा लिया। आईसीसी के दुबई स्थिति ऑफिस में हुई मीटिंग में इसको लेकर फैसला लिया गया। जिसमें जिम्बाब्वे के खेल मंत्री मौजूद रहे।
आईसीसी के बैन हटाने के फैसले के बाद जिम्बाब्वे की अंडर-19 टीम आईसीसी के वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने में कामयाब रही। साथ ही आईसीसी सुपर लीग में जिम्बाब्वे टीम का भाग लेने का रास्ता साफ हो गया था।