3. सीनियर गेंदबाज बड़े स्टेज पर खुद को साबित किया
कानपुर टेस्ट में जसप्रीत बुमराह के हिस्से 6 आर अश्विन के हिस्से 5 और रवींद्र जडेजा के हिस्से 4 सफलताएं आई। मैच के दौरान जब कभी भारत को साझेदारी तोड़नी होती थी। सीनियर गेंदबाजों ने यह काम बखूबी निभाया। पांचवें दिन एक समय शादमान इस्लाम और बांग्लादेशी कप्तान के बीच 55 रनों की साझेदारी पनपने लगी थी। तभी जडेजा ने शंटों के पवेलियन भेजकर भारत को राहत की सांस दिलाई। ऐसे में इन तीन अहम वजहों के चलते भारत बांग्लादेश के खिलाफ 2-0 से सीरीज जीतने में कामयाब रहा।