भारत और मेजबान ऑस्ट्रलिया के बीच जारी बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का चौथा मुकाबला मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर 26 दिसंबर से खेला जाएगा। उसके बाद अगला और आखिरी मुकाबला सिडनी में होगा। इन आखिरी दो मुकाबलों के लिए ऑस्ट्रेलिया ने अपने स्क्वॉड में बदलाव किया है। हेजलवुड के चोट के चलते बाहर होने के बाद युवा सलामी बल्लेबाज नाथन मैकस्वीनी को भी निराशाजनक प्रदर्शन के चलते ऑस्ट्रेलियन टीम से बाहर कर दिया गया है। उनकी जगह युवा सैम कोंसटास की टीम में शामिल किया गया है। इस मामले पर नाथन मैकस्वीनी ने चुप्पी तोड़ी है। मीडिया से इस बारे में की गई बातचीत का उनका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
टीम से बाहर किए जाने पर नाथन मैकस्वीनी ने तोड़ी चुप्पी
भारत के खिलाफ अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत करने वाली नाथन मैकस्वीनी का तीन मैचों का अनुभव अच्छा नहीं रहा। सीरीज के पहले तीन मुकाबलों में नाथन मैकस्वीनी के बल्ले से महज 72 रनों का ही योगदान दे सके। हालांकि 25 वर्षीय नाथन मैकस्वीनी ने भारत ए और शेफील्ड शील्ड मुकाबलों में अच्छे प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलियन टीम में जगह बनाई थी। लेकिन तीन मैचों में लगातार नाकाम रहने के चलते उनकी मेलबर्न टेस्ट मैच से पहल छुट्टी हो चुकी है।
इसके चलते हताश मैकस्वीनी ने कहा है कि "हां मैं टूट चुका हूं। ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलने का मेरा सपना सच साबित हुआ। लेकिन उस तरीके से नहीं जैसा मैं चाहता था।लेकिन खेल ऐसा ही होता है। मैं अब कड़ी मेहनत करके अगले मौके की तलाश करूंगा। क्रिकेट ऐसा ही है मौका मिलने पर अगर आप अच्छा नहीं खेलते तो आपकी जगह सुरक्षित नहीं है। लेकिन अब फिर से मेहनत करके टीम में वापसी करूंगा।"
पूर्व ऑस्ट्रेलियन कप्तान इस फैसले को लेकर सलेक्टर्स पर भड़के
बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच से पहले नाथन मैकस्वीनी को बाहर किए जाने पर पूर्व ऑस्ट्रेलियन कप्तान माइकल क्लार्क ने मैकस्वीनी से हमदर्दी जताते हुए कहा कि "मुझे उसके लिए दुख हो रहा है। यह कठिन फैसला है।" इसके साथ ही क्लार्क ने मैकस्वीनी को टीम से बाहर किए जाने के चयनकर्ताओं के फैसले का विरोध करते हुए उन्हें खरी खोटी सुनाई।